17वीं और 18वीं सदी के दौरान, विज्ञान की दुनिया में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन आया जब न्यूटनियन भौतिकी का विकास हुआ और वैज्ञानिक ज्योतिष का पतन होने लगा। इस परिवर्तन ने न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण को नया रूप दिया बल्कि समाज की सोच में भी क्रांतिकारी बदलाव लाए।
न्यूटनियन भौतिकी का उदय
सिर आइज़ैक न्यूटन (1642-1727) का योगदान विज्ञान में क्रांतिकारी साबित हुआ। न्यूटन ने कई महत्वपूर्ण सिद्धांत प्रस्तुत किए, जिनमें से कुछ मुख्य निम्नलिखित हैं:
गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत: न्यूटन ने प्रस्तावित किया कि प्रत्येक वस्तु एक दूसरे को एक शक्ति के माध्यम से आकर्षित करती है, जिसे गुरुत्वाकर्षण कहते हैं। उनका यह सिद्धांत उस समय के खगोलशास्त्र और भौतिकी में क्रांति ले आया।
गतिकी के नियम: न्यूटन ने तीन गतिकीय नियम प्रस्तुत किए, जिन्हें न्यूटन के गति के नियम कहते हैं। ये नियम किसी भी वस्तु की गति और उस पर लगने वाले बल के बीच संबंध स्थापित करते हैं।
प्रकाश और रंग: न्यूटन ने यह भी सिद्ध किया कि सफेद प्रकाश वास्तव में विभिन्न रंगों के प्रकाश का मिश्रण होता है। इसने प्रकाशिकी के अध्ययन में नई दिशा दी।
इन सिद्धांतों ने विज्ञान की दुनिया को नई दिशा दी और भौतिकी, खगोलशास्त्र, और प्रकाशिकी के अध्ययन में एक नई क्रांति का सूत्रपात किया।
वैज्ञानिक ज्योतिष का पतन
न्यूटनियन भौतिकी के सिद्धांतों के उभरने के साथ, वैज्ञानिक ज्योतिष का महत्व धीरे-धीरे कम होने लगा। ज्योतिष, जो ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति और उनकी मानव जीवन पर प्रभाव का अध्ययन करता था, वैज्ञानिक समुदाय में अपनी प्रामाणिकता खोने लगा। इसके कारण निम्नलिखित थे:
साक्ष्य आधारित विज्ञान: न्यूटनियन भौतिकी के उभरने के साथ, विज्ञान में प्रायोगिक साक्ष्यों का महत्व बढ़ गया। वैज्ञानिक सिद्धांतों को साक्ष्य और गणितीय प्रमाणों के आधार पर परखा जाने लगा, जबकि ज्योतिष में ऐसा नहीं था।
प्राकृतिक घटनाओं की व्याख्या: न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत ने ग्रहों और तारों की गति और उनके प्रभाव की स्पष्ट व्याख्या दी, जिससे ज्योतिषीय सिद्धांत कमजोर पड़ गए।
प्रगति और आविष्कार: न्यूटनियन भौतिकी के आधार पर नई तकनीकों और आविष्कारों का विकास हुआ, जिसने समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को मजबूती दी और अंधविश्वासों को कमजोर किया।
निष्कर्ष
न्यूटनियन भौतिकी ने न केवल भौतिकी और खगोलशास्त्र में, बल्कि पूरे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान की। इसके परिणामस्वरूप, वैज्ञानिक ज्योतिष का महत्व घटता गया और वह धीरे-धीरे एक अंधविश्वास मात्र बनकर रह गया। इस परिवर्तन ने न केवल विज्ञान की दुनिया में बल्कि समाज की सोच और जीवन शैली में भी महत्वपूर्ण बदलाव लाए।
न्यूटन के इन सिद्धांतों ने हमें यह सिखाया कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण और प्रायोगिक साक्ष्य के आधार पर ही हम वास्तविकता को समझ सकते हैं और समाज में प्रगति ला सकते हैं।