ज्योतिष और मानसिक स्वास्थ्य के बीच एक गहरा संबंध हो सकता है, जिसमें तारों के माध्यम से चिकित्सा की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण हो सकती है। ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है जिसमें ग्रहों, नक्षत्रों और तारों की स्थिति का अध्ययन किया जाता है, और इसे माना जाता है कि इनकी स्थिति हमारे जीवन पर प्रभाव डाल सकती है।
मानवीय चिकित्सा में शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की समस्याओं का समावेश होता है। ज्योतिष विशेषज्ञों के मानने के अनुसार, ग्रहों और तारों की स्थिति से हमारे मानसिक संतुलन और स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है। इस विशेष दृष्टिकोण से, कुछ लोग ज्योतिष के माध्यम से अपने व्यक्तिगत समस्याओं को समझने और उन्हें ठीक करने का प्रयास करते हैं।
ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति के जन्म के समय के ग्रहों और तारों की स्थिति उसके जीवन में विभिन्न प्रकार के प्रभाव डालती हैं, जिन्हें समझकर उपयुक्त उपाय अनुसार निर्धारित किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में, ज्योतिषीय उपचार के तहत व्यक्ति को विभिन्न उपायों की सलाह दी जाती है, जैसे कि रत्नों का धारण करना, मंत्र जाप, और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन करना।
हालांकि, इस प्रकार के चिकित्सा प्रणाली को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समर्थन नहीं किया जाता है और इसे विशेषज्ञों द्वारा वैदिक या पौराणिक परंपराओं के अनुसार माना जाता है। अतः, ज्योतिषीय चिकित्सा का उपयोग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि यह वैज्ञानिक प्रमाण पर आधारित नहीं है और यह व्यक्तिगत विशिष्टताओं के अनुसार व्यक्ति को भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के लिए मात्र हो सकता है।
इस प्रकार, ज्योतिष और मानसिक स्वास्थ्य के बीच का संबंध एक अद्वितीय दृष्टिकोण प्रदान कर सकता है, जिसमें व्यक्ति को उसकी व्यक्तिगत समस्याओं को समझने और उन्हें समाधान करने के लिए एक प्रकार का भावनात्मक समर्थन प्राप्त हो सकता है।