ज्योतिष एक विज्ञान और कला है जिसे हमने हजारों वर्षों से विकसित किया है। इसका विकास विभिन्न समय युगों में हुआ है, जिनमें कई महत्वपूर्ण चरण शामिल हैं। यहां हम ज्योतिष के विकास के प्रमुख चरणों और उनके महत्वपूर्ण तत्वों पर विचार करेंगे:
1. बाबिलोनियन और ग्रीक ज्योतिष: प्राचीन बाबिलोनियन सभ्यता और ग्रीक सभ्यता ने ज्योतिष के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने ग्रहों, नक्षत्रों, और राशियों के सम्बंध में व्यापक अध्ययन किया और ज्योतिषीय सिद्धांतों की नींव रखी। इन सभ्यताओं ने ज्योतिष को समय, घटनाओं के प्राकृतिक नियमों, और मानव जीवन के साथ संबंधित दृष्टिकोण से देखा।
2. अरबी ज्योतिष: मध्ययुगीन अरबी सभ्यता ने ज्योतिष को विस्तार से अध्ययन किया और उसे अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं में सम्मिलित किया। उन्होंने ग्रहों की चाल, राशियों के प्रभाव, और नक्षत्रों के महत्व का अध्ययन किया। अरबी ज्योतिष विज्ञान ने भविष्यवाणी, मेडिकल ज्योतिष, और अन्य विशेष विषयों में भी योगदान किया।
3. मॉडर्न ज्योतिष: आधुनिक काल में, ज्योतिष विज्ञान ने वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से अपना विकास किया है। यहां गणित, भौतिकी, और उपग्रहीय अध्ययन के साथ-साथ ग्रहों और नक्षत्रों के सम्बंध में सटीक अध्ययन किया गया है। आधुनिक ज्योतिष विज्ञान ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ज्योतिषीय प्रभावों की समझ में वृद्धि की है और यह उपयोगकर्ताओं के लिए और अधिक प्रासंगिक हो गया है।
इन सभी चरणों ने ज्योतिष को एक समृद्ध विज्ञान बनाने में अपना योगदान दिया है। यह विकास हमें समय, गणितीय नियमों, और भौतिकी के साथ विश्वासनीय और समृद्ध ज्ञान प्रदान करता है जो हमारे जीवन और युग में महत्वपूर्ण है।3.5