व्यवसाय में सफलता और वृद्धि की प्राप्ति केवल कड़ी मेहनत और सही रणनीतियों पर निर्भर नहीं होती, बल्कि इसके पीछे ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभाव का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। ज्योतिष शास्त्र में यह माना जाता है कि ग्रहों की स्थिति और उनके दोष हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं पर असर डालते हैं। यदि आपकी कुंडली में ग्रह दोष हैं, तो वे आपके व्यवसाय में बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए, व्यवसाय में वृद्धि के लिए ग्रह दोषों का निवारण अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं कुछ प्रभावी उपायों के बारे में:
1. सूर्य दोष निवारण उपाय
सूर्य ग्रह आत्म-विश्वास, नेतृत्व और प्रतिष्ठा का प्रतीक है। सूर्य दोष होने पर व्यवसाय में सम्मान और प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है।
- नियमित रूप से प्रातः काल सूर्य को जल अर्पित करें।
- रविवार का व्रत रखें और सूर्यदेव के मंत्र “ॐ सूर्याय नमः” का जाप करें।
- तांबे के बर्तन में पानी पीएं और तांबे का कड़ा पहनें।
2. चंद्र दोष निवारण उपाय
चंद्र ग्रह मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन का प्रतीक है। चंद्र दोष होने पर मानसिक तनाव और निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है।
- सोमवार का व्रत रखें और शिवजी की पूजा करें।
- चांदी का कड़ा पहनें और मोती धारण करें।
- सफेद वस्त्र पहनें और दूध या चावल का दान करें।
3. मंगल दोष निवारण उपाय
मंगल ग्रह साहस, ऊर्जा और आत्म-विश्वास का प्रतीक है। मंगल दोष होने पर व्यवसाय में विवाद और अस्थिरता आ सकती है।
- मंगलवार का व्रत रखें और हनुमानजी की पूजा करें।
- मसूर की दाल और गुड़ का दान करें।
- तांबे का कड़ा पहनें और मूंगा रत्न धारण करें।
4. बुध दोष निवारण उपाय
बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, संचार और व्यापारिक कुशलता का प्रतीक है। बुध दोष होने पर व्यापार में संचार की समस्याएं और निर्णयों में कठिनाई हो सकती है।
- बुधवार का व्रत रखें और गणेशजी की पूजा करें।
- हरे वस्त्र पहनें और हरे रंग के फलों का दान करें।
- पन्ना रत्न धारण करें।
5. गुरु दोष निवारण उपाय
गुरु ग्रह ज्ञान, समृद्धि और विस्तार का प्रतीक है। गुरु दोष होने पर आर्थिक हानि और व्यवसाय में विस्तार की कठिनाई हो सकती है।
- गुरुवार का व्रत रखें और विष्णुजी की पूजा करें।
- पीले वस्त्र पहनें और चने की दाल का दान करें।
- पुखराज रत्न धारण करें।
6. शुक्र दोष निवारण उपाय
शुक्र ग्रह धन, विलासिता और समृद्धि का प्रतीक है। शुक्र दोष होने पर वित्तीय समस्याएं और विलासिता की कमी हो सकती है।
- शुक्रवार का व्रत रखें और देवी लक्ष्मी की पूजा करें।
- सफेद वस्त्र पहनें और चावल का दान करें।
- हीरा या ओपल रत्न धारण करें।
7. शनि दोष निवारण उपाय
शनि ग्रह अनुशासन, मेहनत और दीर्घकालिक सफलता का प्रतीक है। शनि दोष होने पर व्यवसाय में बाधाएं और कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता में देरी हो सकती है।
- शनिवार का व्रत रखें और शनि देव की पूजा करें।
- काले वस्त्र पहनें और काले तिल का दान करें।
- नीलम रत्न धारण करें।
8. राहु और केतु दोष निवारण उपाय
राहु और केतु छाया ग्रह हैं और इनके दोष से भ्रम, अराजकता और अवांछित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- राहु दोष के लिए: शनिवार का व्रत रखें, राहु के मंत्र “ॐ रां राहवे नमः” का जाप करें और नीला रत्न धारण करें।
- केतु दोष के लिए: मंगलवार का व्रत रखें, केतु के मंत्र “ॐ कें केतवे नमः” का जाप करें और लहसुनिया रत्न धारण करें।
निष्कर्ष
व्यवसाय में सफलता और वृद्धि के लिए ग्रह दोषों का निवारण अत्यंत महत्वपूर्ण है। उपरोक्त उपायों को अपनाकर आप अपने व्यवसाय में सकारात्मक बदलाव और वृद्धि देख सकते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें ताकि सही उपाय और रत्नों का चयन किया जा सके। सही उपायों और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ, आप अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।