ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है जिसमें ग्रहों के स्थिति और राशि का प्रभाव माना जाता है। हर व्यक्ति की जन्मकुंडली में उनकी राशि और ग्रहों की स्थिति का विवरण होता है, जिसके आधार पर उनके व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में विचार किया जा सकता है। हालांकि, यह विचार कि ज्योतिष व्यक्तियों के कार्यों को बदल सकता है या उन्हें रोक सकता है, एक सांस्कृतिक और विचारात्मक पहलू है, जिसका वैज्ञानिक स्वीकृति में कोई स्थान नहीं है।
हिटलर की राशि तुला (Libra) थी, जो कि विचारशीलता, न्यायप्रियता और संतुलन को प्राथमिकता देती है। यद्यपि व्यक्तिगत ज्योतिषीय विश्लेषण में उनकी कुंडली में कुछ ग्रहों की खास स्थिति के बारे में बताया जा सकता है, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि उनके कार्यकाल में हुई घटनाओं को ठीक से पूर्वानुमान किया जा सकता था।
इस प्रश्न का उत्तर इतिहास, सामाजिक विज्ञान और राजनीतिक दृष्टिकोण से समझना जरूरी है। हिटलर के कार्यकाल में हुई घटनाओं के पीछे विभिन्न ऐतिहासिक, सामाजिक और आर्थिक कारक थे जो उनके नेतृत्व और व्यक्तित्व का प्रभाव डाले। ज्योतिष की दृष्टि से इसे देखना केवल एक विचार पर निर्मित होता है, जो कि व्यक्तिगत और सामाजिक विश्लेषण में समय-समय पर किया जाता है।